तुम्हारे नाक नक्श में अतीत मिलता है
नन्ही आखों में मुस्तक़बिल मिलता है
तुम्हारे छोटे छोटे हाथों में
बड़े कारनामों का इशारा मिलता है
यूं तो ख़ून का रंग एक है सब का
अपना खून बस अपनों से मिलता है
नींद में कभी कभी मुस्कुराते हो तुम
तुम्हे देखकर बहुत सुकून मिलता है
कभी सोचा न था की मेरे अंदर भी
जज़्बातों का एक समंदर मिलता है
नन्ही आखों में मुस्तक़बिल मिलता है
तुम्हारे छोटे छोटे हाथों में
बड़े कारनामों का इशारा मिलता है
यूं तो ख़ून का रंग एक है सब का
अपना खून बस अपनों से मिलता है
नींद में कभी कभी मुस्कुराते हो तुम
तुम्हे देखकर बहुत सुकून मिलता है
कभी सोचा न था की मेरे अंदर भी
जज़्बातों का एक समंदर मिलता है
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