Attempting a translation of the band Imagine Dragons' song, "Believer". You can find that actual lyrics in English by searching for it in Google.
पहली बात पहले
पहली बात पहले
कहने वाला हूँ हर शब्द जो सर में है मेरे
जोश में हूँ मैं और थक गया हूँ जिस तरह के हाल हैं यहाँ, ओह ऊह
जिस तरह के हाल हैं यहाँ, ओह ऊह
दूसरी बात दूजी
तुम मत मुझे बताओ तुम सोचते हो क्या मेरे बस की
मैं हूँ संभाले बादबान, मैं हूँ शाह-ऐ-समंदर
मैं हूँ शाह-ऐ-समंदर
टूटा हुआ था मैं छोटी उम्र से
ले गया अपनी उदासी लोगों तक
लिखी मेरी कविताएं उनके लिए
जिन्होंने देखा मुझे, समझा मुझे, झगझोड़ा मुझे, महसूस किया मुझे
गाया हृदय वेदना को, दर्द को
लेकर नसों में दौड़ते संदेश को
कहे मेरे सबक मेरी समझ से
देखा सुंदरता को
दर्द से !
तुम ने जगाया मुझ में, तुम ने जगाया मुझ में विश्वास, विश्वास
दर्द से, दर्द से
तुम ने तोड़ा मुझे, तुम ने जोड़ा मुझे, जगाया विश्वास, जगाया विश्वास
दर्द से
ओह चलने दो गोलियाँ, ओह बरसने दो उन्हें
मेरा जीवन, मेरा प्रेम, मेरा जुनून, सब आया है
दर्द से
तीसरी बात तीजी
प्रार्थना ऊपर वाले से
सारा ये द्वेष जो सुन रहे हो आप, कर गया भरोसे को कमज़ोर
आप पर भरोसे को ऊपर वाले, ओह ऊह
मैं घुट रहा था भीड़ में
थामे अपनी बारिशों को मेघ में
जो गिरीं जैसे राख बन ज़मीन पर
चाहा मेरी भावनाओं को ले चलें डुबो कर
पर हुआ नहीं, वो सदा रहीं, उतरतीं, बहतीं
संकुचित, सीमित
फिर तोड़कर सब को, वो बरस पड़ीं
बरस पड़ीं
दर्द से
आखिरी बात आखिर
अग्नि और ज्वालाओं के आशीर्वाद से
तुम भविष्य की सूरत हो, मेरी रगों का खून, ओह ऊह
मैं हूँ संभाले बादबान, मैं हूँ शाह-ऐ-समंदर
मैं हूँ शाह-ऐ-समंदर
टूटा हुआ था मैं छोटी उम्र से
ले गया अपनी उदासी लोगों तक
लिखी मेरी कविताएं उनके लिए
जिन्होंने देखा मुझे, समझा मुझे, झगझोड़ा मुझे, महसूस किया मुझे
गाया हृदय वेदना को, दर्द को
लेकर नसों में दौड़ते संदेश को
कहे मेरे सबक मेरी समझ से
देखा सुंदरता को
दर्द से !
तुम ने जगाया मुझ में, तुम ने जगाया मुझ में विश्वास, विश्वास
दर्द से, दर्द से
तुम ने तोड़ा मुझे, तुम ने जोड़ा मुझे, जगाया विश्वास, जगाया विश्वास
दर्द से
ओह चलने दो गोलियाँ, ओह बरसने दो उन्हें
मेरा जीवन, मेरा प्रेम, मेरा जुनून, सब आया है
दर्द से
तुम ने जगाया मुझ में, तुम ने जगाया मुझ में विश्वास, विश्वास
तीसरी बात तीजी
प्रार्थना ऊपर वाले से
सारा ये द्वेष जो सुन रहे हो आप, कर गया भरोसे को कमज़ोर
आप पर भरोसे को ऊपर वाले, ओह ऊह
मैं घुट रहा था भीड़ में
थामे अपनी बारिशों को मेघ में
जो गिरीं जैसे राख बन ज़मीन पर
चाहा मेरी भावनाओं को ले चलें डुबो कर
पर हुआ नहीं, वो सदा रहीं, उतरतीं, बहतीं
संकुचित, सीमित
फिर तोड़कर सब को, वो बरस पड़ीं
बरस पड़ीं
दर्द से
तुम ने जगाया मुझ में, तुम ने जगाया मुझ में विश्वास, विश्वास
दर्द से, दर्द से
तुम ने तोड़ा मुझे, तुम ने जोड़ा मुझे, जगाया विश्वास, जगाया विश्वास
दर्द से
ओह चलने दो गोलियाँ, ओह बरसने दो उन्हें
मेरा जीवन, मेरा प्रेम, मेरा जुनून, सब आया है
दर्द से
तुम ने जगाया मुझ में, तुम ने जगाया मुझ में विश्वास, विश्वास
आखिरी बात आखिर
अग्नि और ज्वालाओं के आशीर्वाद से
तुम भविष्य की सूरत हो, मेरी रगों का खून, ओह ऊह
मेरी रगों का खून, ओह ऊह
पर हुआ नहीं, वो सदा रहीं, उतरतीं, बहतीं
संकुचित, सीमित
फिर तोड़कर सब को, वो बरस पड़ीं
बरस पड़ीं
दर्द से
तुम ने जगाया मुझ में, तुम ने जगाया मुझ में विश्वास, विश्वास
दर्द से, दर्द से
तुम ने तोड़ा मुझे, तुम ने जोड़ा मुझे, जगाया विश्वास, जगाया विश्वास
दर्द से
ओह चलने दो गोलियाँ, ओह बरसने दो उन्हें
मेरा जीवन, मेरा प्रेम, मेरा जुनून, सब आया है
दर्द से
तुम ने जगाया मुझ में, तुम ने जगाया मुझ में विश्वास, विश्वास
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