April 14, 2009

मौसम बदल सा गया

तुमने जो छुआ, उमीदों ने छु लिया
महक उठा बदन, रंग गए ख्वाब
ख्यालों ने कविता का रूप ले लिया

मौसम बदल सा गया जो तुमने
छेडा एक गीत भूला सा, जैसे
हवाओं ने खोया सुर पहचान लिया

की यूँ भी होता है एक शक्स के
जीवन में आ जाने से किसी के
इस बात को आज जान लिया

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